यदि निवासी यूआईडीएआई द्वारा रदद् किया जाता है और आधार जारी नहीं होता तब?keyboard_arrow_down
रद्द किये जाने के बाद होने वाले चरणों के साथ रद्द किए जाने के कारण पर निवासी को रजिस्ट्रार से बात करनी चाहिए.
आधार संख्या अनुभाग - क्या होगा यदि निवासी का आधार लेटर खो जाए/ आधार याद न हो?keyboard_arrow_down
निवासी नामांकन संख्या के साथ सम्पर्क केंद्र से सम्पर्क कर सकता है (फोन,पोर्टल,ई-मेल के माध्यम से) और नया आधार लेटर भेजने का निवेदन कर सकता है.
क्या होगा यदि निवासी का आधार संख्या खो जाता है?keyboard_arrow_down
क) निवासी अपना आधार संख्या पा सकता है आधार सेवा - Retrieve Lost UID/EID के उपयोग से।
ख) निवासी 1947 कॉल कर सकता है। हमारे सम्पर्क केंद्र प्रतिनिधि उसे अपना ईआईडी संख्या प्राप्त करने में मदद करेंगे। इसके बाद निवासी इस ईआईडी के उपयोग से रेजिडेंट पोर्टल-eAadhaar से अपना आधार डाउनलोड कर सकता है।
ग) निवासी रेजिडेंट पोर्टल-Get Aadhaar Number on Mobileसे अपने मोबाईल पर अपना आधार संख्या प्राप्त कर सकता है।
घ) निवासी 1947 पर कॉल करके अपनी आधार संख्या ईआईडी से आईवीआरएस सिस्टम पर प्राप्त कर सकता है।
यदि निवासी को उसका आधार लेटर वितरित नहीं होता है तब?keyboard_arrow_down
यदि निवासी को आधार लेटर नहीं मिलता है तब उसे नामांकन संख्या के साथ यूआईडीएआई सम्पर्क केंद्र से सम्पर्क करना चाहिए अथवा वह अपना आधार स्टेटस https://resident.uidai.gov.in/check-aadhaar पर देख सकता है.
आधार नामांकन पर्ची (96 घंटे करेक्शन विंडो) में वर्तनी/ जनसांख्यिकीय त्रुटियाँ होने पर निवासी को क्या करना चाहिए?keyboard_arrow_down
नामांकन के दौरान, डेटा एंट्री के समय निवासी के पास अवसर होता है कि वह मूल्याँकन करे और इस प्रकार की त्रुटियों को ठीक करे. नामांकन आवेदन को अंतिम रूप देने और नामांकन रसीद प्रिंट करने से पहले निवासी को एक और अवसर दिया जाता है. ये दोनों अवसर गवाँ देने पर निवासी नामांकन के समय से 96 घंटे तक जरूरी दस्तावेजों और नामांकन रसीद के साथ नामांकन केंद्र जाकर नाम और पता सही करा सकता है।
मेरा नामांकन होने के पश्चात आधार लेटर प्राप्त करने में कितना समय और लगेगा? और मुझे अपना आधार लेटर किस प्रकार मिलेगा?keyboard_arrow_down
आधार बनने में 90 दिन तक का समय लगता है। आधार लेटर पोस्ट द्वारा वितरित किया जाता है। आधार के बन जाने पर, आपको रजिस्टर्ड मोबाईल नम्बर पर संदेश भी प्राप्त होगा (यदि नामांकन के दौरान मोबाईल नम्बर दिया गया हो)।
मैंने हाल ही में अपना आधार अद्यतन किया है। किन्तु अभी यह मैनुअल चेक के अंतर्गत दिखा रहा है। मेरा आधार कब तक अद्यतन हो जाएगा?keyboard_arrow_down
आधार अद्यतन होने में 90 दिन तक का समय लगता है। यदि अद्यतन करने के लिए आवेदन किए हुए आपको 90 दिन से अधिक हो चुका है, तब अधिक जानकारी के लिए कृपया डायल करें 1947 (टोल फ्री) या यह ईमेल पता spambots से संरक्षित किया जा रहा है. आप जावास्क्रिप्ट यह देखने के सक्षम होना चाहिए. पर जाएँ.
मैंने अभी हाल ही में अपना आधार अद्यतन किया है. क्या आप इस पर शीघ्र कार्यवाही कर सकते हैं? मुझे अत्यावश्यकता है।keyboard_arrow_down
आधार अद्यतन की निर्धारित प्रकिया है जिसमें आवेदन के दिन से 90 दिनों तक का समय लगता है। अद्यतन प्रक्रिया में बदलाव नहीं किया जा सकता। कृपया प्रतीक्षा करें। आप यहाँ पर स्टेटस देख सकते हैं- https://ssup.uidai.gov.in/checkSSUPStatus/checkupdatestatus
मैंने काफी पहले आधार के लिए आवेदन किया था किन्तु आधार प्राप्त नहीं हुआ। अतः मैंने पुनः आवेदन किया। मुझे आधार कब तक प्राप्त होगा?keyboard_arrow_down
यदि आपका आधार पहले नामांकन से बन गया होगा तब पुनः नामांकन करने का प्रत्येक प्रयास रद्द हो जाएगा। पुनः आवेदन न करें। आप अपना आधार प्राप्त कर सकते हैं:
क) ऑनलाइन https://resident.uidai.gov.in/lost-uideid पर (यदि आपके पास रजिस्टर्ड मोबाईल नम्बर है)
ख) स्थायी नामांकन केंद्र जाकर
ग) 1947 डायल करने पर
आधार स्मार्ट कार्ड या प्लास्टिक कार्ड क्या है? क्या यह नौकरी पाने के लिए अनिवार्य है ?keyboard_arrow_down
स्मार्ट आधार कार्ड जैसी कोई अवधारणा नहीं है। यूआईडीएआई वेबसाइट से डाउनलोड किया गया आधार लेटर या आधार, आधार का उपयुक्त और मान्य रूप है। आधार से जुड़ी सेवाओं के लिए केवल अधिकृत सेवा केंद्र या स्थायी नामांकन केंद्र ही जाएँ। अधिक जानकारी के लिए यह विज्ञप्ति देखें: https://goo.gl/TccM9f
पैन को आधार के साथ किस प्रकार लिंक कर सकता हूँ?keyboard_arrow_down
आप आधार को पैन के साथ निम्न प्रक्रिया द्वारा लिंक कर सकते हैं:
क) इनकम टैक्स ई-फाइलिंग पोर्टल - https://incometaxindiaefiling.gov.in/
ख) इस पर स्वयं को रजिस्टर करें (यदि न किया हो)। आपका पैन (परमानेंट अकाउंट नम्बर) ही आपकी यूज़र आईडी होगी।
ग) यूज़र आईडी, पासवर्ड और जन्म तिथि से लॉगिन करें।
घ) एक पॉप अप विंडो सामने आएगा, आपको आधार और पैन लिंक करने को कहेगा। ऐसा न होने पर ‘प्रोफाईल सेटिंग’ पर जाएँ और मेनू बार में ‘लिंक आधार’ पर क्लिक करें।
ङ) पैन के विवरण के अनुसार नाम, जन्म तिथि और लिंग आदि विवरण यहाँ पहले से उल्लिखित होगा।
च) स्क्रीन पर पैन के विवरण का अपने आधार के विवरण के साथ सत्यापन करें। कृपया ध्यान दें कि यहाँ कोई असमानता न हो, ऐसा होने पर आपको किसी एक दस्तावेज़ में इसे सही कराना होगा।
छ) विवरण समान होने पर अपनी आधार संख्या दर्ज करें और “लिंक नाउ” बटन पर क्लिक करें।
ज) एक पॉप अप संदेश आपको सूचित करेगा कि आपका आधार सफलतापूर्वक पैन से लिंक हो गया है।
झ) आप आधार और पैन को लिंक करने के लिए https://www.utiitsl.com/ या https://www.egov-nsdl.co.in/ पर भी विज़िट कर सकते हैं।
एम-आधार ऐप ओटीपी को स्वत: नहीं पढ़ रहा है।keyboard_arrow_down
कृपया एम.आधार ऐप को स्थापित करते समय सभी अनुमतियों की जांच करें (एप्लिकेशन को एसएमएस पढ़ने की अनुमति दें)
या
- फोन की सेटिंग पर जाएं
- अनुमति नियंत्रण पर जाएं
- एपीपीएस पर जाएं
- एमआधार ऐप के पास जाएं
- एसएमएस पढ़े विकल्प की अनुमति दें
निवासी एमआधार ऐप में प्रोफाइल कैसे बना सकते हैं?keyboard_arrow_down
- 12 अंकों की आधार संख्या दर्ज करें या अपना आधार कार्ड स्कैन करें
- यह सुनिश्चित करें कि आपका मोबाइल कनेक्शन सक्रिय है और मोबाइल नंबर वही है, जो यूआईडीएआई में आपके पंजीकृत मोबाइल नंबर के रूप में उपलब्ध है।
- आवश्यबक दस्ता्वेज उपलब्धन कराने के बाद, स्क्रीन के निचले भाग में उपलब्ध 'Verify' बटन दबाएं। 'Verify' बटन दबाने के बाद स्क्रीन से दूर नेविगेट न करें।
- यदि आपके द्वारा उपलब्धव कराई गई जानकारी सही पाई गई तो ऐप को ओटीपी प्राप्त होगा और यह ओटीपी फोन से स्वेत: पढ़ा जाएगा।
निवासी प्रोफ़ाइल कैसे देख सकता है?keyboard_arrow_down
निवासी इन स्टै प का पालन करके अपनी प्रोफ़ाइल देख सकते हैं:
- एप के होमपेज पर अपनी प्रोफ़ाइल दबाएं
- प्रोफ़ाइल पासवर्ड दर्ज करके खुद को प्रमाणित करें
- प्रोफ़ाइल स्क्रीन में पता देखने के लिए अपनी प्रोफ़ाइल फ़्लिप करें
एमआधार में अद्यतन प्रोफ़ाइल कैसे देखें?keyboard_arrow_down
- अपना प्रोफ़ाइल खोलें
- हाल ही में अद्यतन किए गए आधार डेटा को देखने के लिए ऊपर दाएं कोने पर "View updated Profile" का चयन करें
- टैप पर ओटीपी भेजा जाएगा और स्व त: प्रविष्टख हो जाएगा, प्रोफ़ाइल की पुष्टि करने और देखने के लिए OK टैप करें।
- प्रोफ़ाइल सिंक की शुरुआत करने से पहले अपने मोबाइल उपकरण पर नेटवर्क कनेक्टिविटी सुनिश्चित करें
- सफल सिंक होने पर आपकी स्क्रीन पर नवीनतम आधार डेटा दिखाई देगा।
पासवर्ड कैसे रीसेट करें?keyboard_arrow_down
- होम स्क्रीन पर शीर्ष मेनू से "रीसेट पासवर्ड" चुनें
- सभी अनिवार्य क्षेत्र उपलब्धा कराएं, फिर स्क्रीन के निचले भाग पर "रीसेट पासवर्ड" बटन पर क्लिक करें
- रीसेट के लिए नया पासवर्ड दर्ज करें
निवासी एम-आधार एप से प्रोफ़ाइल कैसे हटा सकता है?keyboard_arrow_down
निवासी इन चरणों का पालन करके प्रोफ़ाइल देख सकते हैं:
- अपना प्रोफ़ाइल खोलें और ऊपर दाईं ओर मेनू पर क्लिक करें
- प्रोफ़ाइल विकल्प हटाएं का चयन करें
- प्रोफ़ाइल पासवर्ड दर्ज करके खुद को प्रमाणित करने से पहले अपने मोबाइल उपकरण पर नेटवर्क कनेक्टिविटी सुनिश्चित करें।
- ऐप प्रोफ़ाइल को हटा देगा।
ऐप को खोलने के लिए, बार-बार अपना पासवर्ड डालने से कैसे बचें?keyboard_arrow_down
- एप के शीर्ष बाएं कोने से ड्रॉपडाउन चुनें
- सेटिंग्स पर जाएं
- चेकबॉक्स को अनचेक करें: 'हर बार पासवर्ड पूछें ।
क्या पासवर्ड बनाने के लिए कोई विशिष्ट प्रारूप है?keyboard_arrow_down
जैसे ही पहले स्टैाप के रूप में आप ऐप को खोलोगे तो वह पासवर्ड के लिए पूछेगा। उपयोगकर्ता को न्यूनतम 8 और अधिकतम 12 वर्ण का पासवर्ड दर्ज करना चाहिए। पासवर्ड में कम से कम 1 नंबर, 1 वर्ण, 1 विशेष वर्ण (@, #, और,%, *,!, -, (,)) और 1 वर्णमाला का अक्षर (कैपिटल लैटर) होने चाहिए। जैसे Sharma@123।
क्या एम-आधार ऐप ऑफलाइन काम कर सकता है?keyboard_arrow_down
एम-आधार में यूएडीएआई से जुड़ने और डाटा डाउनलोड करने की आवश्यकता होती है। इसलिए यह आवश्य क है कि आपका फोन में इंटरनेट की व्यरवस्थाो हो।
गैर-पंजीकृत मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी को कहां दर्ज किया जा सकता है?keyboard_arrow_down
एम-आधार में कहीं भी ओटीटी दर्ज करने का कोई प्रावधान नहीं है। यह एक सुरक्षा सुविधा है यदि एसएमएस आना हो तो कृपया ऐप से नेविगेट न करें। एक बार ओटीपी प्राप्त होने पर आधार उसे स्वतः पढ़ेगा।
ई-केवाईसी क्या है? ईकेवाईसी का उपयोग कैसे किया जाता है?keyboard_arrow_down
इलेक्ट्रॉनिक पता या ई केवाईसी, बैंकों जैसे संगठन द्वारा इस्तेमाल किए गए निवासी प्रमाणीकरण का तरीका है। आधार निवासियों को इसे इलेक्ट्रॉनिक रूप से एक पते के रूप में प्रस्तुत करने की अनुमति देता है, जो आधार कार्ड की ज़ेरॉक्स प्रति के रूप में वैध है।
ईकेवाईसी को कैसे शेयर करें?keyboard_arrow_down
- अपना प्रोफ़ाइल खोलें
- शीर्ष आरएचएस कोने पर क्लिक करें।
- शेयर ईकेवाईसी पर चयन/टैप करें, पासवर्ड फिर से दर्ज करें वाला पॉप-अप आएगा।
- उपलब्ध (जीमेल, ब्लूटूथ, शेयरइट, स्काइपे इत्यादि) से एक शेयरिंग विकल्प का चयन करें।
टीओटीपी क्या है? आधार कार्ड धारक टी-ओटीपी का उपयोग किस प्रकार करते हैं?keyboard_arrow_down
समय-आधारित वन-टाइम पासवर्ड एक स्वात: सृजित अस्थायी पासवर्ड होता है, जिसे एसएमएस आधारित ओटीपी के स्थाहन पर उपयोग किया जा सकता है।
बॉयोमीट्रिक लॉकिंग/अनलॉकिंग क्या हैं?keyboard_arrow_down
यह सुविधा निवासी के बॉयोमीट्रिक्स डेटा को लॉक करके बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण को सुरक्षित करना है। यह बॉयोमीट्रिक तब तक लॉक रहता है जब तक कि आधार धारक इसे अनलॉक (जो अस्थायी है) या लॉकिंग सिस्टम को अक्षम करें, नहीं चुनता।
निवासी अपने बायोमेट्रिक्स कैसे लॉक कर सकते हैं?keyboard_arrow_down
- अपना प्रोफ़ाइल खोलें
- शीर्ष आरएचएस कोने पर क्लिक करें।
- बॉयोमीट्रिक सेटिंग चुनें
- बायोमेट्रिक्स लॉक करने के लिए 'बॉयोमीट्रिक लॉक सक्षम करें' चेक बॉक्स को चुनें
- अपने चयन को सेव करने के लिए, शीर्ष आरएचएस पर बने टिक मार्क पर क्लिक करें
- एक ओटीपी सृजित होगा और स्वात: प्रविष्टस होगा तथा बायोमेट्रिक्स लॉक हो जाएगा।
- बॉयोमीट्रिक स्थायी रूप से लॉक रहेगा जब तक कि इसे अनलॉक नहीं किया जाता।
निवासी अपने बॉयोमीट्रिक्स अनलॉक कैसे कर सकते हैं?keyboard_arrow_down
- अपना प्रोफ़ाइल खोलें
- शीर्ष आरएचएस कोने पर क्लिक करें।
- बॉयोमीट्रिक सेटिंग चुनें
- बॉयोमीट्रिक्स अनलॉक करने के लिए चेक बॉक्स 'बॉयोमीट्रिक लॉक सक्षम करें' चुनें
- अपने चयन को सेव करने के लिए, शीर्ष आरएचएस पर बने टिक मार्क पर क्लिक करें
- एक ओटीपी सृजित होगा और ऑटो-प्रविष्टष होगा और बायोमेट्रिक्स लॉक हो जाएगा।
- बॉयोमीट्रिक स्थायी रूप से लॉक रहेगा जब तक कि इसे अनलॉक नहीं किया जाता।
नोट: बॉयोमेट्रिक्स को स्थायी रूप से अनलॉक करने के लिए 6 घंटे लगते हैं, इसलिए हो सकता है कि निवासी अगले 6 घंटों के लिए प्रमाणीकरण करने में सक्षम न हों।
अस्थायी और स्थायी बायोमैट्रिक अन-लॉकिंग क्या है?keyboard_arrow_down
निवासी 2 तरीके में बॉयोमीट्रिक्स अनलॉक कर सकते हैं
- अस्थायी अनलॉक – अनलॉक 10 मिनट के लिए वैध
- स्थायी अनलॉक – स्थायी रूप से अनलॉक किया गया
नोट: बॉयोमेट्रिक्स को स्थायी रूप से अनलॉक करने के लिए 6 घंटे लगते हैं, इसलिए हो सकता है कि निवासी अगले 6 घंटों के लिए प्रमाणीकरण करने में सक्षम न हों।
क्या एम-आधार का उपयोग करने के लिए पंजीकृत मोबाइल नंबर अनिवार्य है?keyboard_arrow_down
हां, यह आवश्येक है कि आपके पास पंजीकृत मोबाइल नंबर हो। एम-आधार ऐप में पंजीकृत मोबाइल नंबर के माध्यम से ओटीपी को शेयर किया जाएगा और यह स्व्त: प्रविष्टि होगा। यदि आपका मोबाइल नंबर आधार के साथ पंजीकृत नहीं है, तो निकटतम आधार नामांकन/अद्यतन केंद्र पर जाएं।
पंजीकृत मोबाइल नंबर क्या है?keyboard_arrow_down
पंजीकृत मोबाइल नंबर आपके आधार संख्या से जुड़ा हुआ मोबाइल नंबर है।
क्यूआर-कोड कैसे साझा करें?keyboard_arrow_down
- अपना प्रोफ़ाइल खोलें
- शीर्ष आरएचएस कोने पर क्लिक करें।
- ‘Show QR-Code’ को चुनें ।
- यदि प्रोफ़ाइल पासवर्ड संरक्षित है तो पासवर्ड फिर से दर्ज करने के लिए एक पॉप-अप दिखाई देगा ।
- क्यूआर कोड प्रदर्शित हो जाएगा।
- उपलब्ध विकल्पों में से एक साझा विकल्प चुनें।
एम-आधार ऐप में अधिकतम कितनी प्रोफाइल संख्या जोड़ सकते हैं?keyboard_arrow_down
एक उपयोगकर्ता अपने उपकरण में ऐसे अधिकतम 3 प्रोफाइल जोड़ सकता है, जिनके पास आधार में एक जैसा पंजीकृत मोबाइल नंबर है। स्वत: प्रविष्टक ओटीपी मान्य है और इसलिए उपयोगकर्ता ऐसे किसी प्रोफ़ाइल को नहीं जोड़ सकता जो किसी अन्य मोबाइल नंबर के साथ पंजीकृत हैं। यदि आपके परिवार के सदस्यों के पास उनके 'आधार' में वही मोबाइल नम्बेर पंजीकृत है जो आपका है, तो आप अपने उपकरण में उनके प्रोफ़ाइल को जोड़ सकते हैं।
जब मैं पंजीकृत मोबाइल नंबर को नए फोन में बदलता हूं तो एम-आधार में मेरा प्रोफ़ाइल निष्क्रिय क्यों हो जाता है?keyboard_arrow_down
एक आधार प्रोफ़ाइल एक समय में केवल एक ही उपकरण पर सक्रिय हो सकता है। यदि आप किसी अन्य उपकरण पर किसी अन्य उपकरण पर सिम डालकर प्रोफ़ाइल बनाते हैं, तो पिछला प्रोफ़ाइल निष्क्रिय हो जाता है और जब भी उस उपकरण से कोई भी प्रचालन का प्रयास किया जाए तो वह पुराने उपकरण से डिलीट हो जाएगा।
क्या कोई मोबाइल विशिष्ट एंड्रॉइड वर्जन है?keyboard_arrow_down
एंड्रॉइड वर्जन 5.0 और इससे उच्च
क्यात एम-आधार आईओएस के लिए वैध है?keyboard_arrow_down
नहीं, आईओएस डिवाइसों के लिए एम-आधार वैध नहीं है।
क्या एम-आधार रूटिड डिवाइजों में काम करता है?keyboard_arrow_down
नहीं, एम-आधार रूटिड डिवाइजों में काम नहीं करता है।
रूटिड उपकरण क्या हैं?keyboard_arrow_down
रूटिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जो एंड्रॉइड मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम पर संचालित स्मार्ट फोन, टैबलेट्स व अन्य उपकरणों के उपयोगकर्ताओं को विभिन्न एंड्रॉइड सबसिस्टमों पर विशेषाधिकार प्राप्त नियंत्रण (रूट एक्सेस के रूप में जाना जाता है) पाने के लिए अनुमति प्रदान करती है।
आधार क्या है?keyboard_arrow_down
आधार, विभिन्न भारतीय भाषाओँ में जिसका अर्थ है “बुनियाद” यह पद यूआईडीएआई द्वारा जारी यूनिक आइडेंटिटी नम्बर के रूप में प्रयुक्त होता है, कोई निवासी दोहरी संख्या नहीं रख सकता क्योंकि यह उनके व्यक्तिगत बायोमेट्रिक से जुड़ा होता है; जिसके चलते आधार-आधारित शिनाख्त में नकली और आभासी पहचानों जोकि आजकल लीकेज के रूप में सामने आते हैं, को रद्द किये जाने पर होने वाली बचत से सरकार अन्य योग्य निवासियों को लाभ बढ़ा सके।
आधार की विशेषताएं और लाभ क्या है?keyboard_arrow_down
एक आधार : आधार एक अद्वितीय संख्या है, कोई निवासी दोहरी संख्या नहीं रख सकता क्योंकि यह उनके व्यक्तिगत बायोमेट्रिक से जुड़ा होता है; जिसके चलते आधार-आधारित शिनाख्त में नकली और आभासी पहचानों जोकि आजकल लीकेज के रूप में सामने आते हैं, को रद्द किये जाने पर होने वाली बचत से सरकार अन्य योग्य निवासियों को लाभ बढ़ा सके।
पोर्टबिलिटी आधार एक सार्वभौमिक संख्या है, संस्था एवं सेवाएँ लाभार्थी की पहचान के लिए देश में कहीं से भी सेन्ट्रल यूनिक आइडेंटिफिकेशन डेटा बेस से सम्पर्क कर सकती हैं।
किसी मौजूदा दस्तावेज़ न होने पर समावेशन : लाभ प्राप्त करने में गरीब और हाशिये के निवासियों को होने वाली समस्या यह है कि राज्य के लाभ के लिए उनके पहचान के दस्तावेज़ पूरे नहीं होते; यूआईडीएआई के लिए डेटा सत्यापन करने के लिए स्वीकृत “इंट्रोड्यूसर” सिस्टम ऐसे निवासियों को पहचान प्रमाणित करने को कहेगा।
इलेक्ट्रॉनिक बेनिफिट ट्रांसफर : आजकल लाभ वितरण में युक्त अधिक लागत की जगह यूआईडी-एनेबल्ड-बैंक-अकाउंट-नेटवर्क निवासियों को सीधे लाभ पहुँचाने के लिए एक सुरक्षित और कम लागत वाला मंच उपलब्ध कराता है फलस्वरूप वर्तमान व्यवस्था में धांधली प्रतिबंधित की जाती है।
लाभार्थियों की प्राप्त पात्रता का आधार - आधारित अधिप्रमाणन: यूआईडीएआई निवासी की पहचान को वैधता देने वाली संस्था को ऑनलाइन अधिप्रमाणन सेवाएँ उपलब्ध कराएगी; यह सेवा निर्धारित लाभार्थियों तक लाभ की पहुँच की वास्तविकता सुनिश्चित करेगी। पारदर्शिता बढ़ने से सेवाओं में संशोधन: स्पष्ट उत्तरदायित्व और पारदर्शी नियंत्रण से लाभार्थियों और सदृश संस्थाओं तक आधिकारों और शक्तियों के समान वितरण में उल्लेखनीय संशोधन होंगे। सेल्फ-सर्विस से निवासियों को लाभ : आधार का उपयोग सत्यापन प्रक्रिया में करते हुए निवासी को अपनी पात्रता, मांग, सेवाएँ और शिकायतों के निदान से सम्बन्धित नवीनतम जानकारियाँ होनी चाहिए, जिनका वह सीधे अपने मोबाईल फोन, कीओस्क एवं अन्य माध्यमों से स्वयं लाभ उठा सके। निवासियों द्वारा मोबाईल पर सेल्फ-सर्विस से टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (जैसे- निवासी के रजिस्टर्ड मोबाईल नम्बर की और निवासी के आधार पिन की जानकारी से अधिकारिता प्रमाणित करना) के उपयोग से सुरक्षा सुनिश्चित रहती है। ये मानक भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा निर्धारित मोबाईल बैंकिंग और पेमेंट के मानकों का पालन करते हैं।
क्या आधार प्राप्त करना अनिवार्य हो जाएगा?keyboard_arrow_down
आधार के लिए आवेदन करना किसी व्यक्ति का चयन हो सकता है। साथ ही, लाभ और सेवाएँ प्रदान करने वाली संस्थाएँ अपनी व्यवस्था में आधार का उपयोग करने का चयन और यह अपेक्षा कर सकती हैं कि उनके लाभार्थियों या उपभोक्ता इन सेवाओं के लिए आधार प्रदान करें।
आधार प्राप्त करने हेतु किसी व्यक्ति द्वारा क्या जानकारियाँ दी जानी होती हैं?keyboard_arrow_down
जनसांख्यिकीय जानकारी:
नाम
जन्म तिथि
लिंग
पता
oमाता-पिता/अभिभावक का विवरण (बच्चों के लिए आवश्यक, वयस्क भी दे सकते हैं)
सम्पर्क के लिए फोन और ई-मेल का विवरण (वैकल्पिक)
बायोमेट्रिक जानकारी:
फोटो
दस अँगुलियों की छाप
आँख की पुतली
श्री एन. मित्तल की अध्यक्षता में यूआईडीइआई ने उसके द्वारा एकत्र किए जाने वाले सूचना क्षेत्रों और सत्यापन के लिए अनुसरणीय प्रक्रिया को परिभाषित करने के लिए जनसांख्यिकीय सूचना मानक और सत्यापन कार्यविधि समिति का गठन किया। इस सूचना मानक समिति ने 9 दिसम्बर 2009 को अपनी रिपोर्ट सौंपी। पूरी रिपोर्ट documents/UID_DDSVP_Committee_Report_v1.0.pdf. पर उपलब्ध है। यूआईडीइआई ने अभिग्राहित की जाने वाली बायोमेट्रिक सूचना की प्रकृति और मानकों को परिभाषित करने के लिए डॉ. बी. के. गैरोला (महानिदेशक, नेशनल इन्फोर्मेटिक्स सेंटर) की अध्यक्षता में बायोमेट्रिक मानक समिति का भी गठन किया। बायोमेट्रिक मानक समिति द्वारा 7, जनवरी 2017 को सौंपी गयी रिपोर्ट /documents/Biometrics_Standards_Committee_report.pdf. पर उपलब्ध है।
किसी व्यक्ति की जन्म तिथि किस प्रकार मान्य की जाती है?keyboard_arrow_down
डीडीएसवीपी समिति की रिपोर्ट के मुताबिक, आधार डेटा बेस में जन्म तिथि के सत्यापित,स्पष्ट या सन्निकट होने पर संकेत के लिए एक निशान बन जाता है। सही जन्म तिथि न मिलने पर निवासी को केवल आयु बताने के लिए कहा जाता है। नामांकन सॉफ्टवेयर में आयु पता लगाने और जन्म तिथि की गणना करने की व्यवस्था होती है।
क्या रजिस्ट्रार बाद में परिचयकर्ता को लगा/ हटा सकता है?keyboard_arrow_down
हाँ, रजिस्ट्रार बाद में परिचयकर्ता को लगा/ हटा/ व्यवस्थित कर सकता है। परिचयकर्ता के परिचालन का क्षेत्र भी अंतिम स्तर पर व्यवस्थित किया जा सकता है। यूआईडीएआई रजिस्ट्रार को परिचयकर्ता के जारी कार्य का पुनर्वलोकन करने और लिस्ट में अपेक्षित बदलाव करने को प्रोत्साहित करता है।
यूआईडीएआई किस प्रकार व्यक्ति और उसकी जानकारियों का संरक्षण करता है?keyboard_arrow_down
यूआईडी प्रोजेक्टे की डिज़ाइन में व्यसक्तिगत सुरक्षा और उसकी सूचना का संरक्षण निहित होता है। यूआईडी प्रोजेक्टा अपने उद्देश्य एवं लक्ष्यों के मूल में एक रेंडम संख्या, जो व्यक्ति से संबधित कुछ भी प्रकट नहीं करती, के होने से लेकर नीचे दी गयी अन्य सुविधाओं में निवासी का हित रखतीहै।
सीमित सूचना एकत्र करना: यूआईडीएआई द्वारा एकत्रित सूचना का उद्देश्य केवल आधार जारी करने और आधार धारक की पहचान की पुष्टि करने के लिए है। यूआईडीएआई पहचान प्रमाणित करने के लिए बेसिक डेटा फील्ड जुटा रही है, जिसमें नाम,जन्मतिथि, लिंग, पता, माता-पिता/ अभिभावक का नाम बच्चों के लिए अनिवार्य, अन्य के लिए नहीं, मोबाईल नम्बर और ई-मेल जोकि वैकल्पिक है, शामिल हैं। अद्वितीयता बनाए रखने के लिए यूआईडीएआई बायोमेट्रिक जानकारियाँ एकत्र कर रही है जिसमें फोटो, दस अंगुलियों की छाप और आंख की पुतलियाँ शामिल हैं।
प्रोफाइलिंग और ट्रैकिंग की कोई जानकारी एकत्र नहीं की गयी: यूआईडीएआई नीतियों के अनुसार संवेदनशील निजी जानकारियाँ जैसे धर्म,जाति, समुदाय, वर्ग, नस्ल, आय और स्वास्थ्य आदि एकत्र करना प्रतिबंधित है। किसी व्यक्ति की प्रोफाईलिंग इसीलिए यूआईडी सिस्टम से संभव नहीं है, इसी प्रकार पहचान और पहचान प्रमाणन के लिए अपेक्षित सीमित जानकारी एकत्र की जाती है। यूआईडीएआई ने यहाँ तक कि अपेक्षित जानकारी की सूची में से जन्म स्थान डेटा फील्ड अंश को भी सीएसओ की प्रतिक्रिया कि यह प्रोफाइलिंग में परिणत हो सकती है, के आधार पर हटा दिया है। यूआईडीएआई किसी व्यक्ति के लेन-देन का ब्यौरा भी नहीं जुटाता। आधार के माध्यम से पहचान की पुष्टि करने वाले किसी व्यक्ति का विवरण केवल अपनी प्रामाणिकता दर्शाता है। ये सीमित जानकारियाँ निवासी के हित में अल्पावधिक समय तक विवाद के हल के लिए रखी जाएंगी।
सूचना जारी करना- हाँ अथवा नहीं की प्रतिक्रिया में: यूआईडीएआई आधार डेटा बेस में व्यक्तिगत जानकारियों के प्रसारण के लिए प्रतिबंधित है, किसी की पहचान सत्यापित करने के लिए केवल हाँ अथवा नहीं में जवाब देने की अनुमति है, राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में अदालत के आदेश या जॉइंट सेक्रेटरी के आदेश इसके अपवाद हैं। ये अपवाद तार्किक, सुस्पष्ट और विधिसम्मत हैं। संयुक्त राष्ट्र और यूरोप के सुरक्षा नियमों में भी सुरक्षा सम्बन्धी मामलों में सूचना उपलब्ध कराने का यह नियम शामिल है।
सूचना संरक्षण और गोपनीयता : यूआईडीएआई ने एकत्रित सूचनाओं की सुरक्षा और गोपनीयता सुनिश्चित रखने के लिए प्रतिज्ञाबद्ध है। सभी सूचनाएँ यूआईडीएआई द्वारा प्रदान किए गए और पारगमन से बचाव वाले सॉफ्टवेयर में एकत्र की जाएँगी। प्रशिक्षित और प्रमाणित रजिस्ट्रार सूचना एकत्र करेंगे, जो एकत्र की जा रही सूचनाओं का उपयोग नहीं कर सकेंगे। यूआईडीएआई की व्यापक सुरक्षा नीति अपनी सूचनाओं की सुरक्षा और सत्यनिष्ठा के लिए प्रतिबद्ध है। यह अपनी अधिकतर जानकारियाँ जिन आधारों पर प्रसारित करती है उसमें सीआईडीआर की सूचना संरक्षण योजना एवं नीतियाँ तथा यूआईडीएआई और इसके सम्पर्क की संस्थाओं की लेखा जांच क्रियाविधि का अनुपालन शामिल है। संकलन के स्थान पर संकलन प्रक्रिया में दृढ़ सुरक्षा एवं संग्रहण प्रोटोकॉल होता है। किसी भी प्रकार से सुरक्षा उल्लंघन में कठोर दंड का प्रावधान है, इसके अंतर्गत किसी पहचान के खुलासा करने पर भी दंड दिया जाएगा। सीआईडीआर को अनाधिकृत उपयोग, जैसे हैकिंग आदि तथा सूचना में छेड़छाड़ करने के लिए दंडात्मक परिणाम भी भुगतने पड़ सकते हैं।
यूआईडीएआई की जानकारियों को अन्य डेटा बेस के साथ लिंक और अभिसरित करना : यूआईडी डेटा बेस का अन्य किसी डेटा बेस के साथ लिंक नहीं है अथवा इसकी जानकारियाँ किसी अन्य डेटा बेस में नहीं दी जाती हैं। केवल नौकरी प्राप्त करने के समय किसी व्यक्ति की पहचान के सत्यापन के लिए इसका उपयोग होता है वह भी आधार धारक की सहमतिसे। यूआईडी डेटा बेस चंद अधिकृत व्यक्तियों द्वारा भौतिक और इलेक्ट्रॉ निक दोनों प्रकार से नियंत्रित किया जाता है। यह अत्यधिक सुरक्षित सूचना कक्ष में बेहतर गोपनीयता के साथ रखा जाता है, यूआईडी के ही बहुत से कर्मचारियों के लिए इसकी उपलब्धता नहीं होती। विवरण के हर उपयोग के लिए ठीक से लॉग इन होना होगा।
आधार के क्या उपयोग हो सकते हैं? आधार को सपोर्ट करने वाले एप्लीकेशन कौन-कौन से हैं? एक निवासी किस प्रकार आधार को सपोर्ट करने वाले एपलीकेशंस का लाभ उठा सकता है?keyboard_arrow_down
आधार का अर्थ बुनियाद है, इसीलिए यह किसी भी वितरण व्यवस्था के लिए बुनियाद हो सकता है। आधार ऐसी किसी भी व्यवस्था के संस्थापन में प्रयुक्त हो सकता है, जिसमें निवासी की पहचान प्रमाणित करने की आवश्यकता हो और/ या निवासी को निकाय द्वारा सेवाओं/ लाभों की सुरक्षित उपलब्धता प्रदान की जानी हो। आधार निम्न योजनाओं के वितरण में उपयोग हो सकता है:
- खाद्य एवं खाद्यान्न: सार्वजानिक वितरण प्रणाली, खाद्य सुरक्षा, मिड डे मील, समेकित बाल विकास योजना।
- रोजगार- महात्मा गाँधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना, इंदिरा आवास योजना, प्रधानमंत्री रोजगार गारंटी योजना।
- शिक्षा-सर्व शिक्षा अभियान, शिक्षा का अधिकार।
- समावेशन एवं सामाजिक सुरक्षा-जननी सुरक्षा योजना, प्राचीन जनजाति समूह विकास योजना, इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना।
- स्वास्थ्य देखभाल- राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना, जनश्री बीमा योजना, आम आदमी बीमा योजना।
- संपत्ति हस्तांतरण, पहचान पत्र, पैन कार्ड आदि समेत अन्य विविध प्रयोजनाएँ।
सरकार द्वारा जारी किए गए अन्य पहचान पत्रों से आधार किस प्रकार भिन्न है?keyboard_arrow_down
आधार निवासी को दी गयी आजीवन अद्वितीय रेंडम बारह अंको की संख्या है, जिसका सत्यापन कहीं से भी आधार अधिप्रमाणन प्लेटफार्म का उपयोग कर के, ऑनलाइन किया जा सकता है। आधार अधिप्रमाणन केवल हाँ/ नहीं में प्रतिक्रिया देता है। आधार योजना के प्राथमिक उद्देश्य सामाजिक सुरक्षा लाभ और सब्सिडी के वितरण में संशोधन लाना, रिसाव एवं क्षति को अवरुद्ध करना, नकली और छद्म पहचानों को रद्द करना,पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाना हैं।
निवासी के निजता के अधिकार की सुरक्षा के लिए स्थान विशेष में निजता संरक्षण क्या हैं?keyboard_arrow_down
व्यक्ति की सुरक्षा और और उसकी जानकारियों की रक्षा करना यूआईडी प्रोजेक्टु की संस्थापना में सन्निहित है। यूआईडी प्रोजेक्टू अपने उद्देश्य एवं लक्ष्यों के मूल में एक रेंडम संख्या जो व्यक्ति से संबधित कुछ भी प्रकट नहीं करती, के होने से लेकर नीचे दी गयी अन्य सुविधाओं में निवासी का हित रखती है।
- सीमित जानकारियाँ एकत्र करना
यूआईडीएआई नाम, जन्म तिथि, लिंग,पता, माता-पिता/अभिभावक का नाम ( बच्चों के लिए अनिवार्य, अन्य के लिए नहीं), फोटो, दस अँगुलियों की छाप और आँख की पुतली की स्कैनिंग आदि मूल डेटा फील्ड एकत्र करती है। - प्रोफाइलिंग और ट्रैकिंग की कोई जानकारी एकत्र नहीं की गयी
यूआईडीएआई नीतियों के अनुसार, संवेदनशील निजी जानकारियाँ, जैसे धर्म,जाति, समुदाय, वर्ग, नस्ल, आय और स्वास्थ्य आदि एकत्र करना प्रतिबंधित है। इसीलिए यूआईडी सिस्टम में किसी व्यक्ति की प्रोफाईलिंग संभव नहीं है। - सूचना जारी करना- हाँ अथवा नहीं उत्तसर
यूआईडीएआई आधार डेटा बेस में व्यक्तिगत जानकारियों के प्रसारण के लिए प्रतिबंधित है, किसी की पहचान सत्यापित करने के लिए केवल हाँ अथवा नहीं में जवाब देने की अनुमति है। - यूआईडीएआई की सूचनाओं को अन्य डेटा बेस के साथ लिंक और अभिसरित करना
यूआईडी डेटा बेस का अन्य किसी डेटा बेस के साथ लिंक नहीं है अथवा इसकी जानकारियाँ किसी अन्य डेटा बेस में नहीं दी जाती हैं। केवल नौकरी प्राप्त करने के समय किसी व्यक्ति की पहचान के सत्यापन के लिए इसका उपयोग होता है वह भी आधार धारक की सहमति से। यूआईडी डेटा बेस चंद अधिकृत व्यक्तियों द्वारा भौतिक और इलेक्ट्रॉ निक दोनों प्रकार से नियंत्रित किया जाता है। यह अत्यधिक सुरक्षित सूचना कक्ष में बेहतर गोपनीयता के साथ रखा जाता है, यूआईडी के ही बहुत से कर्मचारियों के लिए इसकी उपलब्धता नहीं होती। विवरण के हर उपयोग के लिए ठीक से लॉग इन होना होगा।
सुरक्षा एवं गोपनीयता के लिए यूआईडीएआई द्वारा किए गए उपाय क्या हैं?keyboard_arrow_down
यूआईडीएआई ने एकत्रित सूचनाओं की सुरक्षा और गोपनीयता सुनिश्चित रखने के लिए प्रतिज्ञाबद्ध है। सभी सूचनाएँ यूआईडीएआई द्वारा प्रदान किए गए और पारगमन से बचाव वाले सॉफ्टवेयर में एकत्र की जाएँगी। यूआईडीएआई की व्यापक सुरक्षा नीति अपनी सूचनाओं की सुरक्षा और सत्यनिष्ठा के लिए प्रतिबद्ध है। संकलन के स्थान पर संकलन प्रक्रिया में दृढ़ सुरक्षा एवं संग्रहण प्रोटोकॉल होता है। यूआईडीएआई ने अपने दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जो इसकी वेबसाइट पर उपलब्ध हैं।
किसी भी प्रकार से सुरक्षा उल्लंघन में कठोर दंड का प्रावधान है, इसके अंतर्गत किसी पहचान के खुलासा करने पर भी दंड दिया जाएगा। सीआईडीआर को अनाधिकृत उपयोग, जैसे हैकिंग आदि तथा सूचना में छेड़छाड़ करने के लिए दंडात्मक परिणाम भी भुगतने पड़ सकते हैं।
सूचना के अनाधिकृत उपयोग या धोखाधड़ी के लिए परिकल्पित संभव आपराधिक दंड क्या हैं?keyboard_arrow_down
विधेयक में संभव आपराधिक दंड निम्न है:
- जाली आदमी बनकर, झूठी जनसांख्यिकीय और बायोमेट्रिक जानकारी देना अपराध है, ऐसा करने पर -3 साल की कैद और 10,000 रुपए का जुर्माना है।
- आधार संख्या धारक की पहचान हड़पना या किसी आधार संख्या धारक की जनसांख्यिकीय और बायोमेट्रिक जानकारियों में फेरबदल करना अपराध है, ऐसा करने पर-3 साल की कैद और 10,000 रुपए का जुर्माना है।
- निवासी की पहचान से जुड़ी जानकारियाँ एकत्र करने वाली अधिकृत संस्था होने का झूठा दावा करना अपराध है, ऐसा करने पर-व्यक्ति के लिए 10,000 और संस्था के लिए एक लाख का जुर्माना है।
- नामांकन और अधिप्रमाणन के दौरान किसी अधिकृत व्यक्ति द्वारा एकत्र की गयी जानकरियों का इरादतन हस्तांतरण अपराध है, ऐसा करने पर- 3 साल की कैद और व्यक्ति के लिए 10,000 तथा संस्था के लिए एक लाख रूपए जुर्माना है।
- सेंट्रल आइडेंटिटीज़ डेटा रिपोज़िटरी (सीआईडीआर) का अनाधिकृत उपयोग तथा हैक करना अपराध है, ऐसा करने पर-3 साल की कैद और एक करोड़ रुपए का जुर्माना है।
- सेंट्रल आइडेंटिटीज़ डेटा रिपोज़िटरी के साथ छेड़छाड़ करना अपराध है, ऐसा करने पर-3 साल की कैद और 10,000 रूपए जुर्माना है।
- बायोमेट्रिक डेटा जो कि अपना न हो, प्रदान करना अपराध है, ऐसा करने पर-3 साल की कैद और 10,000 रुपए का जुर्माना है।
यूआईडीएआई किस प्रकार व्यक्तिगत सूचना की सुरक्षा करता है?keyboard_arrow_down
यूआईडी प्रोजेक्टर की रूप-रेखा में व्यक्ति की सुरक्षा और उसकी जानकारियों का संरक्षण निहित होती है। यूआईडी प्रोजेक्टै अपने उद्देश्य एवं लक्ष्यों के मूल में एक रेंडम संख्या, जो व्यक्ति से संबधित कुछ भी प्रकट नहीं करती, के होने से लेकर नीचे दी गयी अन्य सुविधाओं में निवासी का हित रखती है।
- सीमित सूचना एकत्र करना
यूआईडीएआई द्वारा एकत्रित सूचना का उद्देश्य केवल आधार जारी करने और आधार धारक की पहचान की पुष्टि करने के लिए है। यूआईडीएआई पहचान प्रमाणित करने के लिए बेसिक डेटा फील्ड जुटा रही है, जिसमें नाम,जन्म तिथि, लिंग, पता, माता-पिता/ अभिभावक का नाम बच्चों के लिए अनिवार्य, अन्य के लिए नहीं, मोबाईल नम्बर और ई-मेल जोकि वैकल्पिक है, शामिल हैं। अद्वितीयता बनाए रखने के लिए यूआईडीएआई बायोमेट्रिक जानकारियाँ एकत्र कर रही है, जिसमें फोटो, दस अंगुलियों की छाप और आंख की पुतलियाँ शामिल हैं। - प्रोफाइलिंग और ट्रैकिंग की कोई सूचना एकत्र नहीं की गयी
यूआईडीएआई नीतियों के अनुसार संवेदनशील निजी जानकारियाँ, जैसे धर्म,जाति, समुदाय, वर्ग, नस्ल, आय और स्वास्थ्य आदि एकत्र करना प्रतिबंधित है। इसीलिए यूआईडी सिस्टम से किसी व्यक्ति की प्रोफाईलिंग संभव नहीं है, इसी प्रकार पहचान और पहचान प्रमाणन के लिए अपेक्षित सीमित जानकारी एकत्र की जाती है। यूआईडीएआई ने यहाँ तक कि अपेक्षित जानकारी की सूची में से जन्म स्थान डेटा फील्ड अंश को भी सीएसओ की प्रतिक्रिया कि यह प्रोफाइलिंग में परिणत हो सकती है, के आधार पर हटा दिया है। यूआईडीएआई किसी व्यक्ति के लेन-देन का ब्यौरा भी नहीं जुटाता। आधार के माध्यम से पहचान की पुष्टि करने वाले किसी व्यक्ति का विवरण केवल अपनी प्रामाणिकता दर्शाता है। ये सीमित जानकारियाँ निवासी के हित में अल्पावधिक समय तक विवाद के हल के लिए रखी जाएंगी। - सूचना जारी करना- हाँ अथवा नहीं की प्रतिक्रिया में यूआईडीएआई आधार डेटा बेस में व्यक्तिगत जानकारियों के प्रसारण के लिए प्रतिबंधित है, किसी की पहचान सत्यापित करने के लिए केवल हाँ अथवा नहीं में जवाब देने की अनुमति है, राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में अदालत के आदेश या जॉइंट सेक्रेटरी के आदेश इसके अपवाद हैं। ये अपवाद तार्किक, सुस्पष्ट और विधिसम्मत हैं। संयुक्तराष्ट्र और यूरोप के सुरक्षा नियमों में भी सुरक्षा सम्बन्धी मामलों में सूचना उपलब्ध कराने का यह नियम शामिल है।
- डेटा की सुरक्षा और गोपनीयता यूआईडीएआई ने एकत्रित सूचनाओं की सुरक्षा और गोपनीयता सुनिश्चित रखने के लिए प्रतिज्ञाबद्ध है। सभी सूचनाएँ यूआईडीएआई द्वारा प्रदान किए गए और पारगमन से बचाव वाले सॉफ्टवेयर में एकत्र की जाएँगी। प्रशिक्षित और प्रमाणित रजिस्ट्रार सूचना एकत्र करेंगे, जो एकत्र की जा रही सूचनाओं का उपयोग नहीं कर सकेंगे।
यूआईडीएआई की व्यापक सुरक्षा नीति अपनी सूचनाओं की सुरक्षा और सत्यनिष्ठा के लिए प्रतिबद्ध है। यह अपनी अधिकतर जानकारियाँ, जिन आधारों पर प्रसारित करती है उसमें सीआईडीआर की सूचना संरक्षण योजना एवं नीतियाँ तथा यूआईडीएआई और इसके सम्पर्क की संस्थाओं की लेखा जांच क्रियाविधि का अनुपालन शामिल है। संकलन के स्थान पर संकलन प्रक्रिया में दृढ़ सुरक्षा एवं संग्रहण प्रोटोकॉल होता है। किसी भी प्रकार से सुरक्षा उल्लंघन में कठोर दंड का प्रावधान है, इसके अंतर्गत, किसी पहचान के खुलासा करने पर भी दंड दिया जाएगा। सीआईडीआर को अनाधिकृत उपयोग, जैसे हैकिंग आदि तथा सूचना में छेड़छाड़ करने के लिए दंडात्मक परिणाम भी भुगतने पड़ सकते हैं। - यूआईडीएआई की जानकारियों को अन्य डेटा बेस के साथ लिंक और अभिसरित करना यूआईडी डेटा बेस का अन्य किसी डेटा बेस के साथ लिंक नहीं है अथवा इसकी जानकारियाँ किसी अन्य डेटा बेस में नहीं दी जाती हैं। केवल नौकरी प्राप्त करने के समय किसी व्यक्ति की पहचान के सत्यापन के लिए इसका उपयोग होता है वह भी आधार धारक की सहमति से। यूआईडी डेटा बेस चंद अधिकृत व्यक्तियों द्वारा भौतिक और इलेक्ट्रॉ निक दोनों प्रकार से नियंत्रित किया जाता है। यह अत्यधिक सुरक्षित सूचना कक्ष में बेहतर गोपनीयता के साथ रखा जाता है, यूआईडी के ही बहुत से कर्मचारियों के लिए इसकी उपलब्धता नहीं होती। विवरण के हर उपयोग के लिए ठीक से लॉग इन होना होगा।