यूआईडीएआई प्रोजेक्टि में रजिस्ट्रार किस प्रकार कार्य आरम्भ करता है ?

आधार बन कर तैयार होने के सभी स्तरों में रजिस्ट्रार की सहायता के लिहाज से एक डिटेल्ड रजिस्ट्रार ऑनबोर्डिंग प्रॉसेस तथा निर्देश यूआईडीएआई द्वारा निरूपित किए गए हैं , जिसका उच्चस्तरीय सारांश यहाँ दिया जा रहा है:

  • समिति एवं संयुक्त कार्यकारी दलों का गठन करना :
    मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एपेक्स/ उच्चाधिकार प्राप्त समिति और प्रमुख सचिव की अध्यक्षता में कार्यान्वयन समिति का गठन। यूआईडीएआई के स्थानीय दफ्तरों तथा राज्य के यूआईडीएआई दफ्तरों को अनुशंषित किया जाता है कि अपने राज्य में स्टेट रजिस्ट्रार्स (एसआर) एवं नॉन स्टेट रजिस्ट्रार्स (एनएसआर) के साथ समन्वय बनाए रखें, जिससे सभी हितधारकों के लिए जवाबदेही तथा स्टे)ट रजिसट्रार के साथ अग्रानुक्रम में नॉन स्टेदट रजिस्ट्रा र के कार्य को सुविधाजनक बनाया जा सके।
  • आधार के लिए नोडल विभाग; नोडल अधिकारी के साथ रजिस्ट्रार के रूप में कार्य करने वाले विभागों की पहचान करना : अन्य विभाग, जिन्हें नामांकन के दौरान इस प्रोजेक्टि में रजिस्ट्रार के रूप में शामिल नहीं किया गया है, के पास कुछ दिनों में उनके सिस्टम में ‘आधार एनेबलिंग’ का विकल्प होगा। नोडल एवं रजिस्ट्रार विभाग एक ही विभाग या अलग-अलग विभाग भी अहो सकते हैं। सुनिश्चित करें कि समझौता ज्ञापन साइन किया गया हो।
  • नामांकन के लिए वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए एजेंसी की पहचान करना : यूआईडी प्राधिकरण अपने रजिस्ट्रारों को यूआईडी सिस्टम में प्रत्येक सफल नामांकन के लिए कुछ वित्तीय सहायता प्रदान करता है। इस व्यवस्था के प्रचालनीकरण के लिए रजिस्ट्रार्स को उनके विवरण (नाम और बैंक अकाउंट) जिसके तहत वे यह धनराशि प्राप्त करना चाहते हों, देने होंगे।
  • संयुक्त कार्यकारी दलों का गठन : नोडल/ रजिस्ट्रार विभाग के अध्यक्ष की अध्यक्षता में, अन्य सदस्य ऐसे अधिकारी हों जो रजिस्ट्रार की ओर से प्रौद्योगिकी, प्रक्रिया, आईईसी, एप्लीकेशन टीमों का नेतृत्व कर सकें। यूआईडीएआई समूची प्रक्रिया के माध्यम से राज्य सरकार/ रजिस्ट्रार की सहायता के लिए उपयुक्त प्रतिनिधि मनोनीत करेगी। यूआईडीएआई- रजिस्ट्रार के समन्वपयन के दौरान कार्यकारी दलों की सुचारुता एवं सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।

    सुनिश्चित करें कि यूआईडीएआई रजिस्ट्रार रेडीनेस चेकलिस्ट (आरआरसी) में उल्लिखित डिलीवरेबल्स/ प्रोजेक्टर योजना गतिविधियों का निष्पादन हुआ है। यूआईडीएआई नोडल अधिकारी एवं ईए से हर स्तर पर आरआरसी को अद्यतन करें। हस्ताक्षरित चेकलिस्ट स्थानीय अधिकारी/ नोडल अधिकारी को सौंपें।

  • संवेदीकरण कार्यशालाएँ: आधार, नामांकन और आईईसी अप्रोच, राज्य/ जिला/ ग्रामीण स्तर पर भूमिकाएं एवं जिम्मेदारियाँ, नामांकन की रणनीति एवं योजना के बारे में के बारे में जागरूकता लाने के लिए संवेदीकरण कार्यशालाओं की एक श्रृंखला चलाई गयी। उप-समूह की कार्यशालाओं एवं प्रौद्योगिकी, प्रक्रिया, आईईसी, एप्लीकेशन टीमों के सदस्यों की बैठकों में क्रमशः इसके एकीकरण और कार्यान्वयन के प्रमुख क्षेत्रों में इनका पालन किया जाएगा। सुनिश्चित करना होगा कि प्रौद्योगिकी, प्रक्रिया एवं आईईसी के सभी पक्ष यूआईडीएआई के साथ संरेखित हों।

    नामांकन प्रारंभ करने के लिए अपेक्षित उपकरणों में कार्यान्वयन की स्थिति का जायजा लेने के लिए ‘गो लाइव’ तिथि निर्धारित करने से 2-3 सप्ताह पहले एक “गो लाइव वर्कशॉप” शेड्यूल किया जाएगा। रजिस्ट्रार को ऑन-बोर्डिंग कार्यशाला को सेट करने के तौर तरीकों पर यूआईडीएआई के फोकल पॉइंट्स को सलाह देना तथा आवश्यक हितधारकों और कार्यकारी दलों के सदस्यों की कार्यशाला में उपस्थिति सुनिश्चित करना आवश्यक है। सिविल सोसाइटी ऑर्गेनाइजेशनों (सीएसओ) को नामांकन प्रक्रिया और स्थानीय स्तर पर सीमांत समुदायों के नामांकन में मदद कर सकें सीएसओ के एक ऐसे पैनल निर्माण करना होगा। पंजीयकों के लिए सामाजिक समावेशन एक अनिवार्य शर्त है। पंजीयकों द्वारा आरओ के परामर्श से वंचितों, विभिन्न असुरक्षित समूहों और विकलांग व्यक्तियों के लिए एक विशेष नामांकन ड्राइव शुरू किया जाना चाहिए।