यूआईडीएआई ईको-सिस्टम
नामांकन एवं अद्यतन ईको-सिस्टम
नामांकन ईको-सिस्टम में रजिस्ट्रार और नामांकन एजेंसियों शामिल हैं। रजिस्ट्रार, यूआईडीएआई द्वारा व्यक्तियों के नामांकन के उद्देश्य हेतु अधिकृत अथवा मान्य संस्था हैं। नामांकन एजेंसियों की नियुक्ति रजिस्ट्रार द्वारा की जाती है और वे प्रमाणित ऑपरेटरों/सुपरवाइज़रों की नियुक्त्िा कर नामांकन प्रक्रिया के दौरान व्यक्तियों के जनसांख्यिकी विवरण और बायोमेट्रिक्स डेटा संग्रह हेतु उत्तरदायी हैं।
रजिस्ट्रार के साथ समन्वय करते हुए नामांकन एजेंसियां नामांकन केंद्र स्थापित करती हैं जहां निवासी आधार हेतु नामांकन करवा सकते हैं। नामांकन कार्य हेतु प्रयोग में लाए जाने वाले बहुउद्देशीय अंगुली छाप स्केनर, आइरिस स्केनर और कैमरे एसटीक्यूसी और यूआईडीएआई द्वारा प्रमाणित होते हैं और सभी यूआईडीएआई द्वारा विकसित मानक एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस(एपीआई) से जुड़े होते हैं। अनेक रजिस्ट्रारों, नामांकन एजेंसियों और बहुत से तकनीकी प्रदाताओं की नियुक्ति ने इस क्षेत्र में एक प्रभावी प्रतिस्पर्धा का माहौल उत्पन्न किया है।
प्रमाणीकरण ईको-सिस्टम
यूआईडीएआई ने निवासियों के तत्काल प्रमाणीकरण के उद्देश्य से एक स्केलेबल इकोसिस्टम स्थापित किया है। आधार प्रमाणीकरण ईको-सिस्टम प्रतिदिन करोडों आधार प्रमाणित करने में सक्षम है और आवश्यकतानुसार इस क्षमता को और अधिक बढ़ाने में भी सक्षम है। यूआईडीएआई ने विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों में से बहुत बड़ी संख्या में प्रमाणन सेवा एजेंसियों (एएसए) और प्रमाणीकरण उपयोगकर्ता एजेंसियों (एयूए) को नियुक्ति किया है। यूआईडीएआई ने एसटीक्यूसी के सहयोग से बायोमेट्रिक उपकरणों के तकनीकी मानक निर्धारित किए हैं और उनमें से बहुत को प्रमाणित भी कर दिया है।
चचूंकि प्रमाणीकरण सेवा ऑन-लाईन एवं रियल टाइम में उपलब्ध है। यूआईडीएआई ने दो डेटा सेंटर भी स्थापित किए हैं, जहां प्रमाणीकरण और अन्य ऑन-लाईन सेवाएं, जैसे कि ई-केवाईसी की उच्च उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु ‘एक्टिव-एक्टिव मोड’ में परिनियोजित की गई हैं। देशभर में रियल टाईम, स्केलेबल और इंटर ऑपरेबल विधि से कहीं भी शाखा रहित बैंकिंग सुविधा उपलब्ध करवाने हेतु बैंकों और भुगतान नेटवर्क ऑपरेटरों द्वारा आधार प्रमाणीकरण को माइक्रो-एटीएम में स्थापित कर दिया गया है।