Archived Aadhaar Logo
प्रतिस्पर्धा
फरवरी, 2010 में, यूआईडीएआई ने आधार के लिए एक राष्ट्रव्यापी लोगो प्रतिस्पर्धा शुरू की। अगले कुछ हफ्तों में ही पूरे देश से 2000 से अधिक प्रविष्टियां प्राप्त हुईं।
विजयी प्रविष्टि तय करने के लिए मानदंड:
- लोगो से यूआईडीएआई के उद्देश्य और लक्ष्यों का सार प्रदर्शित होना चाहिए
- लोगो से यह पता लगना चाहिए कि आधार देशभर में व्यक्तियों के लिए एक परिवर्तनकारी अवसर है, और यह एकमात्र ऐसा साधन है जो गरीबों के लिए सेवाओं और संसाधनों तक पहुंच को समान करेगा।
- लोगो ऐसा होना चाहिए जिसे आसानी से समझा जा सके और पूरे देश में संचारित किया जा सके।
प्रतिस्पर्धा के लिए प्राप्त लोगो के डिजाइनों में अधिकांश अभिनव और अत्यंत उच्च गुणवत्ता वाले थे। प्रस्तुत डिज़ाइनों का मूल्यांकन यूआईडीएआई के लिए बनाए गए प्रसिद्ध संचार विशेषज्ञों के एक सलाहकार समूह अर्थात जागरूकता और संचार रणनीति सलाहकार परिषद (एसीएसएसी) द्वारा किया गया।
परिषद ने निर्धारित मापदंडों के आधार पर फाइनल में पहुंचने वालों को सूचीबद्ध किया। परिषद के एक सदस्य श्री किरणखलप ने कहा, "हमें फाइनल और आखिरी विजेता को चुनने में बहुत मुश्किल निर्णय का सामना करना पड़ा," परिषद के एक सदस्य श्री किरणखलाप कहते हैं, "शुक्र है, हमने चयन के लिए मानदंडों के एक ऐसे सेट के लिए सहमति व्यक्त की थी, जो व्यक्तिपरकता और पक्षपात से परे है।"
फाइनल में पहुंचने वाले थे :
- माइकल फ़ॉले
- सफ्रोन ब्रांड कंसल्टेंट्स
- सुधीर जॉन होरो
- जयंत जैन और महेंद्र कुमार
- अतुल एस. पांडे
यहां पर दिखाए गए विजयी डिजाइन को पुणे के श्री अतुल एस. पांडे ने प्रस्तुत किया था
"यूआईडीएआई प्रोजेक्ट में योगदान करने का यह अवसर मेरे लिए एक बड़ा विशेषाधिकार है। मैं इस प्रतियोगिता को स्वीकार करता हूं कि यूआईडीएआई सभी के लिए समान अवसर के वादे को मजबूत करता है, श्री पांडे ने कहा वास्तव में यह एक परिवर्तनकारी परियोजना है, क्योंकि इससे हमें कई लोगों के लिए डिजाइन करने और उनका हिस्सा बनने का मौका मिला”।
Logo Launch
26 अप्रैल 2010 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में हुई यूआईडीएआई पारिस्थितिकीय समारोह में आधार लोगो का अनावरण किया गया। लोगो प्रतियोगिता के विजेता, एटुल एस पांडे को पुरस्कार राशि में 1,00,000 रुपये प्राप्त हुए। फाइनल में पहुंचे अन्य चार में से प्रत्येक ने 10 हजार रुपये प्राप्तव किए।